राष्ट्रीय स्तर पर संचालित सोशल मीडिया एसोसिएशन (एसएमए) का गठन 15 मई 2014 को इसके संस्थापक रविकुमार विश्नोई द्वारा किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर संचालित एसएमए का रजिस्ट्रेशन सोसाईटी रजिस्ट्रेशन एक्ट 1960 ई0 के तहत 27.08.2014 सोसाईटी रजिस्ट्रार के यहां हुआ आॅनलाईन चैनल, वेबसाईट, फेसबुक व अन्य माध्यमों से समाचार प्रसारित करने वाले सोशल मीडिया से जुडे़ संचालकों को संगठित कर उनके हित में काम करना जैसे सरकार द्वारा बनाये जाने वाले नियमों की जानकारी कर उनसे सदस्यो को अवगत कराना तथा आॅनलाईन चैनल और वेबसाईटों आदि को केन्द्र व प्रदेश सरकारों के विज्ञापन एवं इनके संचालकों तथा संवाददाताओं को प्रदेश सूचना विभागों और केन्द्र सरकार द्वारा संचालित पीआईबी से पत्रकार मान्यता दिलाना एवं देश विदेश में संचालित अपने जैसे एसोसिएशनों से तालमेल बैठाकर उनके साथ विचार विमर्श कर एक माहौल सोशल मीडिया के फेबर में बना कर उनकी छवि निखारना है।
उद्देश्य
1. आॅनलाईन चैनल, वेबसाईट फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया से सबंध समाचार पे्रशित करने वाले माध्यमों को संगठित करना।
2. उनके हितों की रक्षा हेतु प्रयास करना।
3. डीएवीपी तथा प्रदेश सरकारों के द्वारा जारी सरकारी विज्ञापन आॅनलाईन चैनल व वेबसाईटों के दिलाने की कोशिश करना।
4. आॅनलाईन चैनल व वेबसाईटो ंके संचालकों तथा पत्रकारो को केन्द्र व प्रदेश सरकारों के द्वारा संचालित पीआईबी और सूचना विभाग से पत्रकार मान्यता दिलाना।
5. आॅनलाईन चैनल वेबसाईटों आदि से जुड़े संचालकों की समस्या के समाधान हेतु गोष्ठी व सम्मेलन समय समय पर आयोजित करना।
6. सरकार द्वारा आॅनलाईन चैनलों वेबसाईट के लिए बनाये जाने वाले नियमों से सदस्यों को अवगत कराना तथा इनका उत्पीड़न करने वाले नियमों का शांति पूर्वक विरोध करना तथा उन्हे समाप्त कराने के लिए पत्राचार तथा सबंधितों से विचार करना।
7. अपने सदस्यों आॅनलाईन चैनलों के संचालकों के हित में अगर वो या उनकी बात गलत नही है तो उनकी मद्द करना।
8. केन्द्र व प्रदेश सरकारों के मंत्रियों बड़े नेताओं प्रमुख अधिकारियों व प्रबुद्ध नागरिकों तथा बुद्धि जिवियों से वार्तालाप कर अपने सदस्यों के प्रति उनका समर्थन जुटना।
9. सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए का आॅफिस बनाना।
10. देश विदेश में संचालित आॅनलाईन चैनल व वेबसाईटों तथा अन्य सोशल मीडिया से जुडे़ समाचार प्रसारित करने वाले व्यक्तियों की संस्थाओं से सम्पर्क कर एक दूसरे की मद्द करना तथा उन्हे अपने यहां सम्मेलनों में बुलाना और निमंत्रण मिले तो प्रतिनिधियों को विदेश में आयोजित सम्मेलनों में भेजना।
आवश्यकता पड़ने पर अगर एसएमए की मद्द करने के लिए गठित समिति को उचित लगे तो सदस्यों द्वारा किये गये आवेदनों पर विचार कर मद्द करना।