हमारा उद्देश्य
1. संस्था का नाम: सम्राट प्रियदर्शी युथ फेडरेशन ऑफ़ इंडिया
2. पंजीकृत कार्यालय : मकान न. बी-2/18 खसरा न.-43/6, दास गार्डन , बापरोला विहार नई दिल्ली-110041
3. प्रधान कार्यालय: प्लाट न. 3, ककरोला गाँव, सेक्टर-16 बी , द्वारका, नई दिल्ली -110078
4. शाखा कार्यालय: एच. - 16 /216, मौर्य काम्प्लेक्स, संगम विहार, नई दिल्ली -110062
5. पत्राचार का पता: मकान न. बी-2/18 खसरा न.-43/6, दास गार्डन , बापरोला विहार नई दिल्ली-110041
6. कार्य क्षेत्र : संपूर्ण भारत
7. उद्देस्य:
1. संपूर्ण भारत में तथागत गौतम बुद्ध की शिक्षाओं, सम्राट अशोक की नीतियों, बाबा साहेब के विचारों तथा ज्योतिवा राव फूले के योगदान को जन- जन तक पहुचाना।
2. लोगों को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना।
3. लोगों को मानव विकास में शैक्षिक भूमिका के महत्व को पिछड़े व गरीब लोगों को बताना तथा किसी भी परिस्थिति में उन्हें शिक्षित होने के लिए प्रेरित करना।
4. भारत में फैले अंधविश्वास, पाखंड तथा कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकना।
5. देश व समाज में फैले भ्रस्टाचार का शख्त विरोध करते हुए, उसे जड़ से उखाड़ फेकना तथा लोगों को भ्रस्टाचार न सहने व करने के लिए प्रेरित करना।
6. युवाओं और गरीबों को शिक्षा एवं रोजगार परामर्श देना।
7. लघु उद्योगों को बढ़ावा देना।
8. गरीबों को उनकी गरीबी के कारण से अवगत कराना तथा उनकी मदद करते हुए, उससे उबरने का उचित समाधान करना।
9. देशहित में जनसंख्या नियंत्रण के प्रति लोगों को शिक्षित करना।
10. श्रमिक वर्ग के अधिकारों के लिए समय -समय पर आवाज उठाना तथा जरुरत पड़ने पर विरोध प्रदर्शन करना।
11. लोगों को सरकारी योजनाओ तथा सरकारी सुविधाओं के बारे में अवगत करते हुए, लाभान्वित होने के लिए प्रेरित करना।
12. पर्यावरण सरंक्षण के लिए किसी भी आंदोलन का सहयोग करना तथा जरुरत पड़ने पर खुद आंदोलन करना।
13. लोगों को अच्छे स्वास्थ बनाये रखने के लिए उचित मार्गदर्शन करना तथा समय- समय पर चिकित्सीय कैंप लगवाना।
14. समय -समय पर विपश्यना के लिए कक्षाओं का आयोजन करना।
15. विजातीय विवाह के लिए लोगों को प्रेरित करते हुए राष्ट्रहित में कार्य करना।
16. सभी भारतीयों को एकता और अखंडता के एक सूत्र में बांधते हुए उनके अंदर देशभक्ति का भावना को जागृत करना तथा उसे हमेशा बनाये रखने के लिए प्रेरित करना।
17. जरूरतमंद लोगों को कानूनी सलाह देना और उनकी मदद करना।
18. महिलाओं की शिक्षा, स्वावलम्वन तथा सामजिक जागरूकता के लिए कार्य करना।
19. आर्थिक व मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को उनकी शिक्षा में मदद करना।
20. गैर बराबरी और जातिवाद को ख़त्म कर समतामूलक समाज की स्थापना करना।
21. वैज्ञानिक सोंच को जन जन तक पहुंचाना, जिससे रूढ़िवादी, जातिवादी, सामंतवादी मानसिकता का अंत हो सके।
22. युवाओं में प्रथमतः भारतीय अंततः भारतीय' की भावना का विकास करना।
23. सम्पूर्ण भारत में जगह जगह शिक्षण संस्थान (सिग्मा एजुकेशन) खोलना तथा जरूरतमंदों को कम से कम पैसे उचित व्यवस्था देना। जरूरत पड़ने पर मुफ्त शिक्षा देना।
8. संगठन :
1. सम्राट प्रियदर्शी युथ फेडरेशन ऑफ़ इंडिया पूर्णतया लोकतांत्रिक हैं। इस संगठन का निर्माण केवल देश और समाज के हित के लिए किया गया है।
2. संगठन के सभी नियम देशहित को ध्यान में रखते हुए बनाये गए हैं।
3. इस संगठन का मुख्य उद्देश्य देश को सम्राट अशोक के सपनो का भारत बनाने का है जहाँ समानता भाई चारा और बराबरी हो।
4. यह संगठन सत्य, अहिंसा और न्याय पर विश्वास करती है।
5. संगठन पूर्णतया पारदर्शी है, और अपने विचारों के प्रति अडिग है।
6. संगठन पूर्णतया न्यायिक है यह अपने स्तर पर न तो अन्याय करेगी और न ही किसी के साथ होने देगी।
7. संगठन हर एक सदस्य देश के प्रति समर्पित है और देशहित में उच्च विचार रखता है।
8. संगठन भारतीय संविधान में पूर्ण आस्था रखती है, तथा संवैधानिक मूल्यों के अनुसार देशहित के लिए प्रतिवद्ध है।
9. संगठन वैज्ञानिक सोंच पर विश्वास करती है। इसका किसी भी जाति , वर्ग या समूह से कोई ताल्लुक नहीं है। यह सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करती है।
10. संगठन स्त्री और पुरषों बराबर प्रतिनिधित्व देने के लिए वचनबद्ध है।
11. देश व समाज का विकास लोकतान्त्रिक मूल्यों से हो सकता है, नाकि कट्टरपंथी विचारधारा से। इसलिए संगठन देश में सामाजिक व राजनीतिक परिवर्तन और आर्थिक क्रांति लाने के लिए प्रयासरत है।
12. संगठन, देश की विविध संस्कृति, एकता, अखंडता व भाषायी एकता में पूर्ण विश्वास रखती है। किसी भी प्रकार के भेद जैसे जाति , धर्म , मजहब, आस्था तथा लिंग के खिलाफ है।
13. संगठन नागरिकों के सम्पूर्ण शैक्षणिक और बौद्धिक विकास में विश्वास रखती है।
14. भारतीय संविधान के मूल कर्तव्यों में से एक वैज्ञानिक सोंच में संगठन विश्वास रखती है तथा किसी भी आडम्बर, ढोंग, अंधविस्वास , कर्मकांड , चमत्कार और पाखंड के विरुद्ध है।