Bheem Sangh 3.37

Chail Chowk
Mandi, 175028
India

About Bheem Sangh

Bheem Sangh Bheem Sangh is a well known place listed as Community Organization in Mandi ,

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Details

भीम संघ का निर्माण मूलनिवासी (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग) लोगों का समूह है। जिसमें ज्यादातर इतिहास पर काम कर रहे शोधकर्ता और दूसरे क्षेत्रों में कार्य कर रहे मूलनिवासी समाज के लोग है, जो मूलनिवासी समाज के लोगो को जागरूक करना चाहते है। सारी दुनिया को मूलनिवासियों के बारे बताना चाहते है। मूलनिवासियों के ऊपर किये गए अत्याचारों से सारी दुनिया को अवगत करवाना चाहते है कि हम असल में कौन है? मूलनिवासी असल में कौन है और जातिप्रथा मूलनिवासियों में कहा से आई? आज मूलनिवासियों को अछूत क्यों कहा जाता है? मूलनिवासियों के पतन के लिए कौन जिम्मेवार है? हम मूलनिवासी लोगों को, युरेशियनों की सच्चाई बताने के लिए समर्पित है।
हम सभी डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर के बहुत बहुत धन्यवादी है, जिन्होंने अपनी पुस्तकों में, अपने लेखों में, हमारी संस्कृति, हमारे धर्म और हमारे इतिहास को जीवित रखा। भीम राव जी तो अपना काम कर गए। अब हमे उनके अधूरे काम को पूरा करना है। उनके उदेश्यों को पूरा करना है. अपने समाज को शिक्षित करना है। आप सभी से हमारी प्रार्थना है, हमारे सन्देश को जो भी मूलनिवासी भाई या बहन पढ़े तो कम से कम 4 और मूलनिवासी लोगों तक हमारा सन्देश तक पहुंचाए और हमारी आवाज को अपने समाज की आवाज बनाये। डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर के सपनों को साकार करने में अपना बहुमूल्य योगदान दे।
आज यह ब्राह्मणवादियों ने मूलनिवासियों के खिलाफ अघोषित युद्ध शुरू कर रखा है, और मूलनिवासी समाज के लोग जाति और धर्म के नाम पर आपस बंटे हुए है। जब तक मूलनिवासी जाति और धर्म के नाम पर बंटे रहेंगे, तब तक मूलनिवासी ब्राहमणवादियों के इस अघोषित युद्ध का सामना नहीं कर सकते। ब्राह्मणवादियों इसी अघोषित युद्ध के खिलाफ लड़ने के लिए हमने भीम संघ का निर्माण किया है। हमारी मूलनिवासी नौजवानों से प्रार्थना है कि अपने समाज के हित के लिए आगे आये। जाति, धर्म और ब्राह्मणवादी भगवानों को भुला कर देश के हर कोने में भीम संघ नाम से संगठन बनाये और अपने अपने सदस्यों की सूची हमे भेजे। हम आप लोगों से लगातार संपर्क में रहेंगे। जहाँ कही भी मूलनिवासी समाज के लोगों पर जुल्म हो हमे सूचित करे और एक जन आंदोलन शुरू करे। जो प्यार से माने उनको प्यार से समझाए, नहीं तो साम, दाम, दंड और भेद चारों नीतियों को अपना कर ब्राह्मणवादियों के खिलाफ खड़े हो जाये।

हमे अपनी आने वाली पीढ़ी को जाति व्यवस्था से मुक्त समाज देना है तो आज ही कमर कस लो, उठो, जागो औरों को भी जागो और आगे बढ़ो।जब तक हम खुद नहीं जागेंगे अपनी जिमेवारियों को नहीं समझेंगे हमारे समाज का भला नहीं हो सकता।ये देश हमारा है इस देश की सरकार हमारी होनी चाहिए इस देश के हर भाग पर हमारा अधिकार है और उसे पुन: प्राप्त करना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।