भारत देश में "पूर्ण स्वराज" की स्थापना हेतु शुरू हुयी इस क्रांति का नाम है "आम आदमी पार्टी ", जो राजनीती करने नहीं वरन पिछले 66 सालों में सड़ गल गयी राजनीती को बदलने, उसके नियम और तरीकों को बदलने आगे आई है .एक ऐसी पार्टी जो सच में आम आदमी की पार्टी है, जिसमे कोई हाईकमान नहीं है,सभी निर्णय सबसे आखरी कार्यकर्त्ता के स्तर से लिए जाते हैं.जनलोकपाल,राईट टू रिजेक्ट, राईट टू रिकाल लाने के लिए प्रतिबद्ध पार्टी है आम आदमी पार्टी.
सभी पार्टियों को एक साथ मिल कर देश का बन्ठाधार करते देख कर एक क्रोध देश के युवाओं में उबल रहा था, अन्ना के आंदोलन से एक मंच मिला जिस से सभी इकट्ठे हुए,लगभग दो वर्ष तक प्रयास किया, लेकिन अहंकार में डूबे नेताओं पर कोई असर ना होते देख.
युवाओं ने राजनितिक पार्टी बनाने का निर्णय लिया. जिसमें तय हुआ कि अब हम खुद सरकार बना कर ऐसे कानून लायेंगे जिस से की ये भ्रष्ट तंत्र टूट सके और भ्रष्टाचारी जेल भेजें जा सकें.
"आप" में अधिकतर ऐसे युवा कार्य कर रहे जो पहले कभी किसी राजनितिक संगठन से नहीं जुड़े थे और बहुत से युवा उस तरह की राजनीती से घृणा भी करते थे. लेकिन पहली बार पढ़े लिखे गैर राजनितिक युवाओं द्वारा नेतृत्व किये जाने से आम आदमी पार्टी दूसरी पार्टियों से बिलकुल अलग है,
किसी नेता के कोई पैर नहीं पड़ता, फूल मालाओं से लादने और सिक्कों में तौलने की कुप्रथा के विरुद्ध है "आप". लालबत्ती संस्कृति और व्ही.आई.पी चोचलों को ध्वस्त करेगी आम आदमी पार्टी , ताकि लोकतंत्र का असली राजा "आम आदमी" सही मायनो में मालिक बने और जन प्रतिनिधि मालिक नहीं सेवक बने.
एक एक बूंद से घड़ा भरता है, इसलिए हर ऐसे इंसान को इस क्रांति में तन, मन और धन से जुड़ने की आवश्यकता है जो देश के सुनहरे भविष्य के निर्माण में योगदान करना चाहता है.
जय हिन्द, जय भारत, आम आदमी की जय हो.