एक महान योगाचार्य ,संत,दार्शनिक और चिंतक
भारतीय धर्म-दर्शन और संस्कृति के चिंतक, दार्शनिक, और महान संत आचार्य श्री अशोकानंद जी महाराज को लोग प्यार और सम्मान से ‘योगीराज’ कहकर पुकारते हैं।आचार्य श्री अशोकानंद जी महाराज वेदांत के अद्वीतीय शोधक और व्याख्याता हैं। काश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और गुजरात से लेकर सुदूर पूर्व और पूर्वोत्तर तक आचार्य श्री अशोकानंद जी महाराज के अनुयायियों की सशक्त श्रंखला है। उनके व्यक्तित्व में सामाजिक, आध्यात्मिक और सकारात्मक विचारधारा का पवित्र संगम है।